September 06, 2014

"ये पल जीवन के "

"कुछ पल जीवन में होते हैं कितने भारी
और कुछ होते हैं कितने हलके
कुछ में बिखर जाते हैं मन के मनके
तो कुछ गुज़र जाते हैं हवा सा छू के
जी लो जीवन का हर लम्हा -लम्हा
हिस्से हैं ये ,इस जीवन में प्रारब्ध के "

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