..साल 20i5 अतीत की गोद में सरकने को तैयार ,और साल 2016 भविष्य के काँधे पर चढ़ने को बेताब! जाते-जाते साल 2015 को एक नज़र भर कर देखूं तो, घटनाओं और अनुभूतियों की पूरी रील आँखों के आगे खटाखट निकल जाती है .कभी सुभीते से इस रील को आगे-पीछे कर के देखूँगी .आज बात नववर्ष के नव उल्लास की।आने वाला साल अपने साथ क्या लायेगा -ये भेद तो समय के साथ ही खुलेगा .हाँ ! मैंने सोचा है कि ,मै खुश रहूंगी पर किसी के दुःख का कारण भी नहीं बनूँगी .वज़न तो कम जरूर करूँगी ,मगर दिल पर भी कोई बोझ नहीं रखूँगी .पूजा-पाठ करूँगी ,पर कोई वहम नहीं पालूँगी .................................................................................................लिस्ट बहुत लम्बी है ,साल 2017शुरू होने के पहले बताऊँगी कि ,मिशन 2016 कितना सफल रहा ,अभी तो नववर्ष की ढेरों शुभकामनाओं के साथ चंद पंक्तियाँ ..............................................
"शुभ हो नववर्ष -यही है अभिलाषा ,
दूर हो अन्धकार,मन के विकार ,हो मुखरित प्रेम की भाषा .
शुभ हो नववर्ष -यही है अभिलाषा
हो सुगम हर डगर ,टूटे ना सबर ,उपजे हर पल नयी आशा .
शुभ हो नववर्ष -यही है अभिलाषा
सुलझे हर उलझन ,नेह-नातों का बंधन ,ना बदले रिश्तों की परिभाषा
शुभ हो नववर्ष -यही है अभिलाषा "
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